- प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हिंसक प्रदर्शनों के बीच पद छोड़ दिया
देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh hasina)ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हसीना सोमवार रात हेलीकॉप्टर से देश छोड़कर चली गईं, जब उग्र भीड़ ने प्रधानमंत्री के आवास पर धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों ने उनके जाने का जश्न मनाया और बांग्लादेश की सेना ने वादा किया है कि जल्द ही अंतरिम प्रशासन कार्यभार संभालेगा।
- **मुख्य मुद्दे:**
**हिंसक झड़पें:**
– रविवार को कोटा सुधारों के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 98 लोगों की मौत हो गई।
– AFP की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस और डॉक्टरों के अनुसार कुल 300 लोग मारे गए हैं।
2. यात्रा सलाह:
भारत ने प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh hasina) के इस्तीफे की मांग को लेकर चल रहे छात्र विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर अपने लोगों को अगले आदेश तक बांग्लादेश न जाने की सलाह जारी की है।
3. विरोध इतिहास:
पिछले महीने बांग्लादेश उच्च न्यायालय द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए सरकारी पदों में 30% कोटा बहाल करने का फैसला किए जाने के बाद दंगे भड़क उठे थे।
- जब छात्रों ने मांग की कि आदेश वापस लिया जाए, तो प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने उनकी बात अनसुनी कर दी, जिसके कारण सरकार समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं और विरोध प्रदर्शन और भी तेज़ हो गए।
4. तीव्रता और मांगें: सरकार के साथ बातचीत शुरू होने के बाद, विरोध प्रदर्शन कम हो गए, लेकिन जब छात्रों ने मांग की कि हसीना पद छोड़ दें और सविनय अवज्ञा के राष्ट्रीय अभियान का आह्वान करें, तो वे फिर से भड़क गए। छात्र यह भी मांग कर रहे हैं कि हसीना अपने कई मंत्रियों की मौत और उनके पद से हटाए जाने के लिए सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगें। उनकी मांग है कि सरकार उन कॉलेजों और
विश्वविद्यालयों को फिर से खोले, जो विरोध प्रदर्शन के तेज़ होने के बाद से बंद हैं। बांग्लादेशी राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) का इस्तीफ़ा है। देश का तत्काल भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि अंतरिम सरकार स्थिति को कैसे संभालती है और प्रदर्शनकारियों की मांगों को कैसे पूरा करती है।